- मुहम्मद चाँद
- 7585
- 3029
- 1379
इस किताब में दुनियाभर के ग्यारह ईसाई पादरियों और धर्मप्रचारकों की दास्तानें हैं जिन्होंने इस्लाम अपनाया। गौर करने वाली बात यह है कि ईसाईयत में गहरी पकड़ रखने वाले ये ईसाई धर्मगुरू आखिर इस्लाम अपनाकर मुसलमान क्यों बन गए ? आज जहाँ इस्लाम को लेकर दुनियाभर में गलतफ़हमियां हैं और फैलाई जा रही हैं, ऐसे में यह किताब मैसेज देती है कि इस्लाम वैसा नहीं है जैसा उसका दुष्प्रचार किया जा रहा है।
كتاب باللغة الهندية يحتوي على بيان قصة أحد عشر راهباً من مختلف بلاد العالم الذين اعتنقوا الإسلام وقد كانوا قبل ذلك من دعاة النصرانية النشطين. وفي وقت تشتد الحملة ضد الإسلام وتعاليمه ، ويتم تشويهه ونشر مفاهيم خاطئة عنه ، يعطي هذا الكتاب رسالة واضحة أن الإسلام ليس كما يتم تشهيره.
: